कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने शहर को पानी-पानी कर दिया है। बीते दिन बादल फटने की घटना के बाद करीब पांच घंटे तक चली तेज बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह ठप कर दिया। कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है, जिससे लोग घरों में कैद हो गए हैं।
बारिश की वजह से शहर के निचले इलाकों जैसे हावड़ा, सियालदह और आसपास के इलाकों में गहरे जलजमाव हो गया। सड़कें तालाब बन गईं, जिससे वाहनों का आवागमन बुरी तरह बाधित हो गया। कोलकाता से सटे जिलों में भी हालात खराब हैं, जहां स्कूल-कॉलेज बंद होने के साथ बाजार भी सूने पड़े हैं। स्थानीय लोग कह रहे हैं कि ऐसी बारिश कभी देखी नहीं, सब कुछ डूब गया है।
सबसे दुखद यह है कि बारिश के कारण अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है। ज्यादातर मौतें बिजली के खंभों से टूटे तारों के संपर्क में आने से लगे करंट की वजह से हुई हैं। शहर में दहशत फैल गई है, लोग बाहर निकलने से डर रहे हैं। बिजली विभाग ने सतर्कता बरतने की अपील की है, लेकिन बारिश रुकने का नाम ही नहीं ले रही।
इसके अलावा, यातायात व्यवस्था भी चरमरा गई है। रेलवे में हावड़ा और सियालदह डिवीजनों की कई ट्रेनें रद्द कर दी गईं, जबकि बाकी देरी से चल रही हैं। मेट्रो सेवा निचले इलाकों में ट्रैक डूबने से बंद हो गई। हवाई अड्डे पर भी हाहाकार मचा है। दमदम के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कई उड़ानें रद्द हो गईं, और बाकी फ्लाइट्स में घंटों की देरी हो रही है। यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है।
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। प्रशासन ने राहत कार्य तेज कर दिए हैं, लेकिन हालात अभी भी गंभीर बने हुए हैं। उम्मीद है कि जल्द ही बारिश थमेगी और शहर पटरी पर लौटेगा।