वैश्विक महामारी कोरोनावायरस से लड़ने के असरदार तरीकों में से एक अच्छे से हाथ धोना है। इस बात की पुष्टि की जा चुकी है, ऐसे में 75 प्रतिशत वैश्विक उत्तरदाताओं ने कहा कि वह वायरस से लड़ने के लिए अपने हाथों को अच्छी तरह से धो रहे हैं।
आईएएनएस-सीवीटर गैलप इंटरनेशनल एसोसएिशन कोरोना ट्रैकर 1 के एक सर्वे में यह बात सामने निकलकर आई।
22 देशों में किए गए इस पोल में 20 हजार से अधिक उत्तरदाताओं से जवाब मांगे गए। पिछले दो सप्ताह में प्रत्येक देश में पुरुषों और महिलाओं के प्रतिनिधि नमूने का साक्षात्कार आमने-सामने, या तो टेलीफोन या ऑनलाइन माध्यम से कराया गया।
सर्वे के अनुसार, भारत में 72 फीसदी लोगों ने कहा कि वे वायरस से बचाव के लिए हाथ धोने का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं पाकिस्तान की बात करें, तो 59 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वायरस से लड़ने के लिए उन्होंने हाथ धोने को नहीं अपनाया है।
सूची में ऑस्ट्रियाई लोगों ने कोविड-19 से लड़ने के लिए हाथ धोने को सबसे अधिक असरदार माना और 91 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे वायरस से सुरक्षा के लिए नियमित तौर पर हाथ धोते हैं।
ऑस्ट्रिया के बाद अन्य यूरोपी देश बुल्गारिया और बोस्निया एंड हजेर्गोविना इस सूची में शामिल हैं, जहां क्रमश: 89 प्रतिशत और 87 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे हाथ धोने का गंभीरता से ले रहे हैं।
आईएएनएस।