श्रीलंका सरकार ने कोविड-19 के प्रकोप के मद्देनजर लगभग दो महीने के बाद कल से कर्फ्यू में छूट के साथ सामान्य स्थिति बहाल करने और कार्यालयों में सीमित कार्य तथा आर्थिक गतिविधियों को मंजूरी देने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने एक बयान में कहा है कि कोविड-19 पर अब कुछ हद तक नियंत्रण पाने के बाद सरकारी और निजी क्षेत्र के संस्थान कर्मचारियों की सीमित संख्या के साथ काम करना शुरू कर देंगे और रेलगाडि़यां तथा बसें सीमित संख्या में यात्रियों के साथ चलाई जाएंगी। बयान में कहा गया है कि स्कूल और ट्यूशन क्लास बंद रहेंगी और काम के दौरान सामाजिक दूरी के नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा।
श्री राजपक्षे ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग नॉर्म्स को बनाए रखने के लिए रैंडम सैंपल टेस्टिंग जारी रखी जाएगी और जनता से सहयोग की अपील की जाएगी। देश के स्वास्थ्यमंत्री पवित्रा वन्नियाराचची ने कहा कि सरकार चाहती है कि जनता बिना किसी कारण भीड़ न लगाए। उन्होंने कहा है कि जनता से अपेक्षा की जाएगी कि वे आवश्यक वस्तुओं की खरीद के लिए अपने नज़दीकी स्टोर पर जाएं और लंबी दूरी की यात्रा न करें। स्वास्थ्य सेवा के महानिदेशक डॉक्टर अनिल जयसिंघे ने कहा कि सामाजिक जीवन को अभी से बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कोरोनोवायरस के खतरे को पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है और संगरोध अधिनियम लागू रहेगा।
कर्फ्यू में छूट का यह कदम उस समय उठाया गया है जब देश में कोविड-19 के अभी भी 517 सक्रिय मामले हैं। कुल 847 कोविड-19 मामलों में से आज 61 मरीज ठीक हो गए। इसके साथ ठीक हुए कुल मरीजो की संख्या 321 हो गई है, जबकि नौ लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। कल नौसेना के ग्यारह कर्मी पॉजिटिव पाए गए, जो कुल मामलों के आधे से अधिक हैं।