मझगाँव: दो दिन की लगातार बारीश में पुरी तरह से जलमग्न हुआ कुमारडुंगी प्रखंड का ईठर गांव का नीचे टोला। रविवार व सोमवार को आई बारिश में ईठर गांव का नीचे टोला में बरसात का पानी से लगभग 20 घरों में घुस जाने के कारण से कच्ची मिट्टी की दीवारें गीली पड़ गई है व तीन घर धर्मेन्द्र बोयपाई, सुंदु कुई व बुधराम दास का घर ढह गया और कुछ घरें ढहने की कगार पर है । लोगों ने बताया की प्रत्येक वर्ष गांव में जल जमाव के कारण कई लोगों के घर ढह जातें हैं। कई परिवार बेघर हो जातें हैं। पीड़ित परिवार मुआवजा की मांग करते हैं पर मुआवजा नही मिलता है। इस कारण से लोग मुआवजा मांगना ही भूल गए।
ईठर गांव के दर्जनों परिवार पानी के उपर दो दिन से रहने को मजबुर है।गांव के ही रवि दास ने बताया की दर्जनों घर के दिवार गिली हो गई है। ये घर कभी भी ढह सकते हैं। इसके बारे में प्रशासन को जानकारी दी गई है। दिवार गिली होने के कारण लोग रात को पुरी नींद सो नहीं पा रहे। रातजगी कर रात गुजार रहे हैं। जमीन में रखे सामान भीग रहे हैं।
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इन लोगों के दिवार गिली पड़ी है- सिद्धेश्वर बोयपाई, निरंजन दास, परमानंद दास, किस्टों दास, रोथो दास, हेमांत पान, कमला देवी, पदमिनी देवी, सुजन पान, त्रिवेणी पान, ब्रजमोहन बोयपाई, पलकान बोयपाई, कमल किशोर बोयपाई आदि।
जलमग्न होने का कारण पांच वर्ष से अधुरा पड़ा नाला
निरंजन दास ने बताया की गांव में पानी बहने के लिए एक नाला बनाया गया है। जो पांच वर्ष से अधुरा पड़ा हुआ है। इसकी शिकायत पंचायत मुखिया से लेकर संसद तक को किया गया है पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। बरसात में सारा पानी नाला में जमा होकर उपर आ जाता है और घरों में घुस जाता है। यह सिलसिला वर्षो से चली आ रही। प्रत्येक वर्ष कई घर ढह जाते हैं। उपर बस्ती से सारा गंदा पानी बहकर हमारे घरों में घुस जाता है। पानी में रहने वाले जलजीव घरों में आ जाते हैं।
नहीं मिलता है मुवाबजा इसलिए नहीं कर रहे आवेदन
ईठर गांव निवासी धर्मेन्द्र बोयपाई ने बताया की पानी जमने के कारण मेरा घर ढह गया है। इसकी जानकारी भोंडा पंचायत मुखिया पिंकी पाठ पिंगुवा को दी गई है। मुखिया आकर घरों को देखकर चलीं गई। पिछले वर्ष नरेश दास व मोहन गोप का घर धंस गया था। मुआवजे के लिए काफी दौड़ लगाया पर मुआवजा आज तक नहीं मिला ।