फणीभूषण टुडू (संवाददाता चांडिल)
चाण्डिल :आदिवासी कुड़मी समाज द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत 8 जनवरी को झारखंड प्रदेश के 11जिला पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावाँ, राँची, रामगढ़, चतरा, हजारीबाग, बोकारो, धनबाद, गोड्डा एवं साहिबगंज में आदिबासी
कुड़मी समाज के संबंधित जिला कमिटियों एवं संयोजक मंडलियों द्वारा जिला उपायुक्त को विभिन्न माँगों को लेकर ज्ञापन सौपेंगे।आदिवासी कुड़मी समाज के प्रदेश अध्यक्ष प्रसेनजीत महतो “काछिमा” ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है। 2021को होने वाली जनगणना में एवं अन्य विषयों से संबंधित 13 सूत्री माँग के साथ ज्ञापन सौंपेगी, जिसकी तैयारी सभी जिला में पूरी कर ली गई है।
बताते चले कि छोटानागपुर पठार अंतर्गत झारखंड के गुष्टीधारी कुड़मी समुदाय, जिन्हें वर्तनी त्रुटि और ध्वन्यात्मक दोष के कारण भू-अभिलेखों में विभिन्न नामों यथा – कुड़मि, कुड़मी, कुर्मि, कुर्मी, कुरमि, कुरमी से अंकित किया गया है, जो मूल रुप से “कुड़मी”ही हैं, के लिए पूर्व के जनगणनाओं में हुए त्रुटियों की पुनरावृत्ति ना करते हुए 2021की जनगणना में जनजाति कुड़मि, मातृभाषा कुड़माली और धर्म सारना दर्ज करने एवं कुड़मी समुदाय को अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध करने और जनगणना में कुड़माली भाषा कोड व सारना धर्म कॉलम लागू करने आदि माँगों से संबंधित ज्ञापन पूरे तथ्यात्मक प्रमाण के साथ सौंपा जायेगा।