जगन्नाथ चटर्जी (संवादाता चांडिल)
चांडिल: मकर संक्रांति के अवसर पर होने वाली झारखंड के प्रसिद्ध पारंपरिक पर्वो में से एक मकर और टुसू पर्व श्रद्धा की डुबकी लगाने के साथ-साथ चांडिल के भालूकोचा गांव में टुसु और झूमर गीत पर खूब झूमे ग्रामीण। टूसु सह झूमर संगीत का आयोजन कर इस पर्व को मनाने के लिए कई माह पुर्व से ही ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी तैयारी में लग जाते हैं। वहां के ग्रामीण विजय कुम्हार का कहना है कि इस मकर और टुसू पर्व में खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में मकर संक्रांति के दिन सुबह डुबकी लगाने के पश्चात नए कपड़े पहनने की परंपरा काफी समय से चली आ रही है। इस पर्व को ग्रामीणों के साथ हर्ष और उल्लास के साथ मनाने के लिए ऐसे झुमुर संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया है।