फणीभूषण टुडू (संवाददाता चांडिल)
झारखंड का आदिम लोकसंस्कृति है मेला:हरेलाल महतो
चाण्डिल : नीमडीह प्रखंड के अदारडीह में बुधवार को आयोजित लोक संस्कृति माघ मेला में जनसैलाब उमड़ा ।लोगोंं ने जमकर मनोरंजन किया। बच्चे खिलौने खरीदने में मशगूल रहे तो युवतियां रूपसज्जा सामग्री खरीदने में व्यस्त रही। मेला में उपस्थित मुख्य अतिथि आजसु के केंद्रीय सचिव सह जनसेवा ही लक्ष्य के संस्थापक सचिव हरेलाल महतो ने कहा कि आदिम लोकसंस्कृति है माघ मेला। उन्होंने कहा कि मानव सभ्यता के विकास के साथ ही समाज में मेला व खेला के रूप में मनोरंजन के साधन का विकास हुआ। उन्होंने कहा कि जीवन को खुश रखने के लिए मनोरंजन सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने कहा कि झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में टुसु मेला प्राचीन धार्मिक सांस्कृतिक विरासत के साथ मनोरंजन का साधन भी है। उन्होंने युवाओं से अपील की प्राचीन धार्मिक सांस्कृतिक धरोहरों को जीवित रखने के लिए आगे आये। मेला में उपस्थित सभी चौड़ल व टुसु प्रतिमा को नगद पुरस्कार दिया गया। इस अवसर पर लक्ष्मीकांत महतो, दुर्योधन गोप, आलोक कुमार, दिकपाल कुमार, महेश्वर कुमार, सुरेंद्र कुमार आदि उपस्थित थे।