प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विश्व जल दिवस के अवसर पर आज कैच द रेन यानी वर्षा जल संचय अभियान का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री की उपस्थिति में जल शक्ति मंत्री और मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के बीच केन-बेतवा संपर्क परियोजना क्रियान्वित करने संबंधी समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किया जाएगा। नदियों को जोड़ने की राष्ट्रीय योजना के तहत यह पहली परियोजना होगी। इस परियोजना के तहत दौधन बांध के निर्माण और केन तथा बेतवा नदियों को जोडने वाली नहर के जरिये केन नदी का जल बेतवा नदी में डाला जाएगा।
इससे हर वर्ष दस लाख 62 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई और लगभग 62 लाख लोगों को पेयजल की आपूर्ति के अलावा 103 मेगावाट पनबिजली पैदा की जा सकेगी। इस परियोजना से बुंदेलखंड के पानी की कमी वाले क्षेत्रों को पानी की आपूर्ति की जा सकेगी। इससे जल की कमी को दूर करने के लिए नदियों को जोड़ने की अन्य परियोजनाओं के लिए भी मार्ग प्रशस्त हो सकेगा। वर्षा जल संचय अभियान देशभर में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में चलाया जाएगा और इसका नारा होगा- जहां भी गिरे और जब भी गिरे, वर्षा का पानी इकट्ठा करें। यह अभियान 30 नवबंर तक मॉनसून पूर्व और मॉनसून के दौरान लागू किया जाएगा।