अभिजीत सेन (संवादाता पोटका)
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा पोटका प्रखंड अंतर्गत घने जंगल पहाड़ी का नीचे स्थित टाँगरायन पंचायत के टांगरायन गांव से सटे जंगल के सबर टोला में 15 सबर परिवारों को 2006-07 एवं 2007-08 में 4 डिसमिल एवं 5 डिसमिल जमीन कृषि कार्य या मकान बनाने बनाने के लिए उपलब्ध कराया गया मगर इस जंगल किनारे बसे हुए सबर परिवारों को सिर्फ जमीन बंदोबस्त का परवाना थमा दिया गया जमीन का सीमांकन कर के दिखाया नहीं गया है कि किनका जमीन कहां है।
सबर परिवार इस जमीन के पट्टे को बक्से में बंद कर यही सोचते है कि मेरे नाम पर जमीन है तो कहां है सिर्फ कागज का टुकड़ा थमा दिया गया है सबर परिवारों का कहना है कि यदि जमीन का सीमांकन किया होता तो हम सब यहां खेती कर अपना जीवन यापन करते हैं मगर आज जंगल की लकड़ियां काटकर और फल – फूल आमने सामने गांव में बेचकर अपना जीवन यापन करते हैं।
समाजसेवी उज्जवल मंडल ने कहा कि इन सबर परिवारों के जमीन का सीमांकन कर कृषि कार्य में लगाया जाए तो इन सबर परिवारों को मुख्यधारा में लौटाया जा सकता है।
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