25.1 C
New Delhi
November 21, 2024
Health क्षेत्रीय न्यूज़

आस उन्हीं की जिन्हें लोग कहते झोला छाप

सार्थक कुमार

मधेपुरा सुशासन में स्‍वास्‍थय केंद्रों की दशा सुधरी। दवाओं की व्‍यवस्‍था हुई। चिकित्‍सकों की उपस्थिति सुनिश्चित की गई। तब भी जिले की एक बहुत बड़ी आबादी के लिए स्‍वास्‍थय सेवा आकाश कुसुम ही बनी हुर्ई है। इन लोगों को आज भी उन्‍हीं की आस है जिन्‍हें लोगों झोला छाप कहते हैं।

ग्रामीण इलाकों में रात के समय अचानक तबियत बिगड़ जाने पर इनके सिवा दूसरा कोई आसरा नहीं होता। इतने के बावजूद ग्रामीण चिकित्‍सकों को इस बात का मलाल है कि सरकार द्वारा इन्‍हें किसी प्रकार का लाभ नहीं मिल रहा है।

यह समय का फेर है कि आज हम नहीं होते तो ग्रामीण क्षेत्र के कितने लोग असमय काल की गाल में समा गये रहते। सरकारी सेवा की जो हालात है व‍ह किसी से छिपी नहीं है। लेकिन इस समाज में ऐसे भी लोग हैं जो हमें देखकर फब्तियां कसते हैं जबकि आपात स्थिति में उन्‍हें भी हमारी ही आस होती है।

ये शब्‍द ग्रामीण चिकित्‍सकों की है जो दिन-रात ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की सेवा करते है।

Related posts

चांडिल डैम के दो पिलर में आई दरार कि जांच करने दिल्ली से पहुंची टीम

आजाद ख़बर

खूटी जिले में अपराध नियंत्रण को लेकर पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर का सभी थाना प्रभारियों के साथ बैठक

आजाद ख़बर

अटल बिहारी बाजपेयी के जयंती के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन

आजाद ख़बर

Leave a Comment

आजाद ख़बर
हर ख़बर आप तक