अपराध विदेश

एपस्टीन फाइलों का रहस्य: ट्रंप की तस्वीर वाली फाइल पहले गायब, फिर वापस

जेफरी एपस्टीन फाइलों में नया मोड़।
जेफरी एपस्टीन फाइलों में नया मोड़।

वॉशिंगटन, 22 दिसंबर 2025 – अमेरिकी न्याय विभाग (डीओजे) ने हाल ही में जेफरी एपस्टीन से जुड़े हजारों दस्तावेज़ सार्वजनिक किए थे। लेकिन इसी दौरान उनकी वेबसाइट से कुछ फाइलें अचानक गायब हो गईं। रिपोर्टों के मुताबिक कम से कम 16 फाइलें ऐसी थीं जो पहले मौजूद थीं और बाद में हट गईं। इनमें से एक फाइल में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पुरानी तस्वीरें भी थीं।

डीओजे ने पिछले हफ्ते इन दस्तावेज़ों को जारी करना शुरू किया था। यह कदम एक नए कानून के तहत उठाया गया, जिसका मकसद एपस्टीन मामले में अधिक पारदर्शिता लाना है। एपस्टीन पर सेक्स तस्करी के गंभीर आरोप थे और जेल में उसकी मौत हो गई थी। उसकी सहयोगी गिलेन मैक्सवेल को इसी मामले में सजा मिल चुकी है।

वीकेंड पर लोगों ने देखा कि कुछ फाइलें वेबसाइट से हट चुकी हैं। इनमें ज्यादातर तस्वीरें एपस्टीन के घरों की थीं – जैसे नग्न चित्रों वाली कलाकृतियां, भरे हुए लेटर बॉक्स, टाइल्स वाला हॉलवे और एक नोटबुक जिसमें नाम व पते दर्ज थे। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा उस फोटो की हुई जिसमें एक दराज में ट्रंप की पुरानी तस्वीरें मिलीं, जिनमें वह एपस्टीन और अन्य लोगों के साथ नजर आ रहे थे।

कांग्रेस के डेमोक्रेट नेताओं ने इस मुद्दे को सोशल मीडिया पर उठाया और सवाल किया कि कहीं कुछ छुपाया तो नहीं जा रहा। हालांकि डीओजे और व्हाइट हाउस ने साफ किया कि ऐसा नहीं है। उनका कहना था कि न्यूयॉर्क की अदालत ने पीड़ितों की गोपनीयता की सुरक्षा के लिए कुछ फाइलों की जांच करने को कहा था। जांच के बाद यह तय हुआ कि ट्रंप वाली तस्वीर में कोई पीड़ित नहीं है, इसलिए उसे बिना किसी बदलाव के वापस डाल दिया गया।

डीओजे के वरिष्ठ अधिकारी टॉड ब्लांच ने टीवी पर बयान दिया कि यह कदम राष्ट्रपति को बचाने के लिए नहीं उठाया गया। उन्होंने आश्वासन दिया कि आने वाली फाइलों में ट्रंप का नाम या जिक्र जानबूझकर नहीं हटाया जाएगा।

अब तक जारी दस्तावेज़ों में ट्रंप का नाम बहुत कम सामने आया है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने हजारों पन्नों और सैकड़ों तस्वीरों की जांच के बाद बताया कि इनमें केवल कुछ पुरानी और पहले से सार्वजनिक तस्वीरें ही शामिल हैं।

डीओजे बार-बार यह दोहरा रहा है कि फाइलों में काले हिस्से (ब्लैकआउट) या देरी केवल पीड़ितों की सुरक्षा के लिए की जा रही है। किसी भी नेता का नाम जानबूझकर नहीं छुपाया जा रहा। आने वाले हफ्तों में और फाइलें जारी की जाएंगी।

हालांकि पीड़ितों के समर्थक नाराज़ हैं। उनका कहना है कि दस्तावेज़ों की रिलीज अधूरी लग रही है और न्याय के लिए सब कुछ सार्वजनिक होना चाहिए। दोनों पार्टियों के सांसदों ने भी शिकायत की है कि बहुत सी जानकारी छुपाई गई है और प्रक्रिया धीमी है।

एपस्टीन के बड़े-बड़े लोगों से रिश्तों पर पुराने सवाल फिर उठ रहे हैं। लेकिन अब तक जो सामने आया है, उससे किसी बड़े नाम पर नया आरोप नहीं बनता।

फिलहाल ये फाइलें डीओजे की खास “एपस्टीन लाइब्रेरी” पेज पर उपलब्ध हैं।