न्यूज़ डेस्क दिल्ली
विवाहिता की मौत, परिजनों ने लगाया था हत्या और दहेज प्रताड़ना का आरोप, पाँच पर हुई थी प्राथमिकी दर्ज लेकिन अबतक सिर्फ दो हुए गिरफ्तार…
मझगाँव: मझगाँव थाना क्षेत्र के ग्राम पँचायत मझगाँव में 1964 को कुमारडुँगी थाना क्षेत्र के टाँगर से आकर बसे एक ऐसे कलयुगी जेठ, पति और ससुराल वालों की कारिस्तानी सामने आई है जो रिश्ते को शर्मशार कर दिया। 18 साल के बहू से छोटा भाई चार माह पूर्व प्रेम विवाह किया था, जिसे जेठ वा अन्य ससुराल वालों को ये रिश्ता पसन्द नहीं था। काफी दिनों से घर में इस सम्बन्ध में झगड़ा हो रहा था।
लड़की के आखिरी शब्द मुझे डर लग रहा है
लड़की के परिजनों की मानें तो ससुराल वाले कई दिनों से दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे थे, जिनमें उनके पति, जेठ समेत समस्त ससुराल वालों की अहम भूमिका थी। परिजनों ने यह भी बताया कि लड़की की हत्या से आधा घंटा पूर्व लड़की ने कॉल कर यह बताया था कि उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है, उसे डर है कि कहीं वह लोग उसे मार न दे।
अन्ततः कुछ ऐसा ही हुआ, 28 नवम्बर 2020 को लड़की के कॉल के आधा घंटा बाद यानी उसी रात करीब 8.00 बजे जेठ ने बहू की अस्मत लूटी तत्पश्चात जेठ, पति और ससुराल वालों ने मिलकर विवाहिता बहू को दुपट्टा से गला घोंट कर मौत के घाट उतार दिया।
पाँच पर हुई थी प्राथमिकी दर्ज लेकिन अबतक सिर्फ दो की गिरफ्तारी हुई है।
पुलिस को शक सास, श्वसुर और ननद पर शुरु से था। पूलिस ने पति व जेठ को पूर्व ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जिसकी जाँच के लिए अनुमण्डल पूलिस पदाधिकारी प्रदीप उराँव घटना स्थल पहूँचे थे वहीं तीन अन्य केस के सिलसिले में स्थल का निरिक्षण कर मझगाँव थाना व कुमारडुँगी थाना के प्रभारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। पुलिस अपने ढंग से काम कर रही है, लेकिन अब देखने वाली बात यह है कि कब तक मृतक और उनके परिजनों को इंसाफ मिल पाएगा और हमारे बीच छुपे ऐसे वहशी दरिंदों को कड़ी से कड़ी कानूनी सजा दी जाएगी। आज़ाद ख़बर भी इस केस पर पैनी नजर बनाई हुई है, इस खबर से जुड़ी पल-पल की अपडेट हम अपने पाठकों से जरूर साझा करेंगे।