न्यूज़ डेस्क दिल्ली
बांग्लादेश पाकिस्तान से अपनी मुक्ति की ऐतिहासिक घटना और अपने संस्थापक पिता शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी मना रहा है। आपको बता दें कि इस साल बांग्लादेश की पाकिस्तान से मुक्ति के 50 साल पूरे हो गए हैं। बांग्लादेश के प्रोफेसर मुहम्मद भाषा आंदोलन के उद्भव, बंगला संस्कृति और पहचान के लिए एक बड़े संघर्ष और देश में भाषा की वर्तमान स्थिति के बारे में बताते हुए कहते हैं कि भाषा आंदोलन ने बांग्लादेश को अस्तित्व में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 21 फरवरी, 1952 को पाकिस्तानी बलों ने उर्दू थोपने का विरोध कर रहे छात्रों को मार डाला। उस दिन को शहीदों के श्रद्धांजलि के रूप में देखा गया है। प्रोफेसर मुहम्मद ने देश में उर्दू के थोपे जाने और बंगला के संरक्षण के आह्वान के खिलाफ देश में प्रचलित भावना का वर्णन किया।