भारतीय नौसेना ने विदेशों से भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए ऑपरेशन “समुद्र सेतु” शुरू किया है- जिसका अर्थ है “समुद्री पुल”। भारतीय नौसेना के समुद्री जहाज जलश्वा और मगर इस समय मालदीव गणराज्य के माले बंदरगाह के रास्ते में हैं, जो चरण-1 के भाग के रूप में 8 मई 2020 से निकासी अभियान शुरू करेंगे ।
सरकार विदेशों में हमारे नागरिकों पर कोविड-19 महामारी के प्रभाव के संबंध में स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए है। भारतीय नौसेना को समुद्र के रास्ते से उन्हें वापिस लाने के लिए उपयुक्त तैयारी करने का निर्देश दिया गया है।
मालदीव गणराज्य में भारतीय मिशन नौसेना के जहाजों द्वारा वापिस लाए जाने वाले भारतीय नागरिकों की सूची तैयार कर रहा है और अपेक्षित चिकित्सा जांच के बाद उनके आरोहण में सुविधा होगी। पहली यात्रा के दौरान कुल 1000 व्यक्तियों को वापिस लाने की योजना है जो जहाजों पर उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं तथा वहन क्षमता के साथ-साथ कोविड से संबंधित सोशल डिस्टेंसिंग मानदंडों के अनुसार है।
जहाजों को निकासी अभियान के लिए विशेष रूप से सुविधा प्रदान की गई है। समुद्री यात्रा के दौरान वापिस लाए जाने वाले कार्मिकों को सामान्य सुविधाएं तथा चिकित्सा सुविधाएं भी मुहैया करवाई जाएंगी। कोविड-19 से संबंधित चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक प्रोटोकॉल भी निर्धारित किए गए हैं।
वापिस लाए जाने वाले व्यक्तियों को केरल के कोच्चि शहर मे उतारा जाएगा और उनकी देखभाल की जिम्मेवारी राज्य के अधिकारियों को सौंपी जाएगी। यह ऑपरेशन रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और भारत सरकार की विभिन्न एजेंसियों और राज्य सरकारों के साथ घनिष्ठ समन्वय से चलाया जा रहा है।
-रक्षा मंत्रालय।