महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सोमवार को विधान परिषद सदस्य निर्वाचित हो गए हैं. उन्होंने पद की शपथ ले ली और इसके साथ ही राज्य में सियासी संकट पर भी विराम लग गया है.
दोपहर 1 बजे महाराष्ट्र में निर्विरोध चुने गए सभी उम्मीदवारों ने विधान परिषद सदस्यता की शपथ ले ली. शपथ ग्रहण में सबकी निगाहें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर ही टिकी थीं.
उद्धव ठाकरे 27 को बतौर मुख्यमंत्री अपना 6 महीने का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं लेकिन किसी भी सदन के सदस्य होने के कारण महाराष्ट्र में संवैधानिक संकट खड़ा हो गया था. कोरोना संक्रमण के कारण होने वाले चुनाव को पहले रद्द किया गया था. बाद में संवैधानिक संकट को देखते हुए चुनाव कराने का फैसला किया गया.
कुल 9 सीटों पर 9 लोग ही उम्मीदवार बचे, जिसके बाद निर्विरोध घोषित किया गया. इन 9 सीटों में से 4 बीजेपी, 2 एनसीपी, 2 शिवसेना, 1 कांग्रेस के सदस्य निर्विरोध हुए हैं. इन सभी के सदस्यता की शपथ लेने के साथ ही महाराष्ट्र का संवैधानिक संकट टल गया है.