राज्य के लगभग पांच हजार मनरेगा कर्मियों ने पिछले 27जुलाई से चली आ रही हड़ताल वापस ले ली है। ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के साथ कल हुई वार्ता में विभिन्न मांगों पर सहमति बनने के बाद हड़ताली मनरेगा कर्मचारी 46 दिनों बाद आज से काम पर लौटेंगे।
सरकार इस बात पर सहमत हो गई है कि काम के दौरान किसी दुर्घटना में मनरेगा कर्मी की मौत होने पर उसके आश्रित को पांच लाख रुपए मुआवजा और गंभीर रुप से घायल होने पर पचास हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगी। इसके साथ मनरेगा के तहत संविदा कर्मियों को कर्मचारी भविष्य निधि, ईपीएफ का भी लाभ मिलेगा। ग्रामीण विकास मंत्री ने इस मांग पर भी अपनी सहमति दे दी है कि बिना किसी स्पष्टीकरण के मनरेगा कर्मी बर्खास्त नहीं किए जाएंगे। ऐसे मामलों में मनरेगा कर्मियों को अब प्रमंडलीय आयुक्त केपास अपील करने का भी मौका मिलेगा।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज विभिन्न विभागों की योजनाओं को लेकर अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक करेंगे। इसके तहत रांची स्मार्ट सिटी मिशन, जमशेदपुर को औद्योगिक शहर बनाने को लेकर तैयार की जा रही योजना के अलावा उच्च तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के नीतिगत मामलों की समीक्षा करेंगे।