कुमारडुँगी: पक्की सड़क न बनने से नाराज कोकरकटा के ग्रामीणों ने मंगलवार को मतदान बहिष्कार का ऐलान कर दिया। एकजुट होकर ग्रामीणों ने राजनेताओं से लेकर प्रशासनिक अफसरों पर अनदेखी का आरोप लगाया। रोड नहीं, तो वोट नहीं के जमकर नारे लगाए। ग्रामीण मांग पूरी होने तक मतदान बहिष्कार करने की बात पर अडिग रहे।
कुमारडुँगी ब्लॉक से करीब 14 किलोमीटर की दूर पर स्थित कोकरकटा गांव में दो सौ परिवार से अधिक और एक हजार से अधिक मतदाता हैं। लेकिन इसकी तस्वीर को बदला नहीं जा सका। सालों बाद भी इसकी सूरत बदलने के लिए नेता और अफसरों की ओर से सिर्फ आश्वासन दिया गया। मुख्य मार्ग से गाँव के कच्चे रास्ते की दूरी तीन किलोमीटर की है। इसमें पक्की सड़क न होने से निकलना भी दूभर हो जाता है। यही नहीं कच्चे रास्ते की वजह से हादसे भी होते रहते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शिकायत के बाद भी इसका समाधान नहीं किया गया। सिर्फ चुनावी वादों में गांव में पक्की सड़क बनती रही और नेता इसको भुलाते चले गए। इसी के चलते मंगलवार को एकत्र होकर ग्रामीणों ने त्रिस्तारीय चुनाव में बहिष्कार का ऐलान कर दिया। देश आजादी केबाद यानि 1947 के बाद 25 वर्ष पूर्व ग्रेड वन सड़क बनी
इसको पक्का कराने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा जा सका।
नेता और प्रशासन सिर्फ इसको लेकर आश्वासन की घुट्टी पिलाते आए हैं। इसके लिए कोई काम नहीं किया। इसलिए अब मतदान बहिष्कार कर रहे हैं ।लक्ष्मण हेम्ब्रम ग्रामीण कोकरकटा।