झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या लगभग दोगुनी कर दी है। मैट्रिक बोर्ड के लिए एक हजार चार सौ और इंटरमीडिएट के लिए सात सौ परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। पिछले वर्ष की तुलना में परीक्षा केंद्रों की संख्या लगभग चार सौ बढ़ा दी गई है। जिन विद्यालयों और महाविद्यालयों में पहली बार परीक्षा केंद्र बनाया गया है, वहां के वीक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि सुचारू तरीके से परीक्षा का संचालन हो सके। इसके अलावा कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत मैट्रिक और इंटरमीडिएट की प्रायोगिक परीक्षा छह अप्रैल से जारी है। सत्ताईस अप्रैल तक चलने वाली प्रायोगिक परीक्षा दो पालियों में हो रही है। एक पाली में अधिकतम पंद्रह विद्यार्थियों को प्रायोगिक परीक्षा में शामिल किया जा रहा है। इधर, चार मई से शुरू होने वाली परीक्षा की तैयारियों को लेकर दक्षिणी छोटानागपुर के क्षेत्रीय उप शिक्षा निदेशक सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।