अभिजीत सेन (संवादाता पोटका)
कोरोना के बढ़ते खतरे के मद्देनजर आंगनबाड़ी सेविकाओं में केंद्र संचालन को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है आंगनबाड़ी सेविकाओं का कहना है कि सरकार के निर्देश के अनुसार 8 से 10 बच्चों को बैठाकर केंद्र संचालित किया जा रहा है वही आंगनबाड़ी में सभी बच्चों को तैयार किया गया खिचड़ी भी दी जा रही है मगर छोटे-छोटे बच्चों के अभिभावक कई तरह की बातें हमें सुना रहे हैं कि एलकेजी से लेकर वर्ग नौ तक के विद्यालय को बंद कर दिया गया है मगर 3 साल से 6 साल के बच्चों के लिए आंगनवाड़ी खोले जाने से सेविकाओं में संशय की स्थिति बनी हुई है सेविकाओं का कहना है कि करुणा जैसी खतरनाक बीमारियों को देखते हुए इतने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर केंद्र में बैठने में डर लग रहा है सरकार से आग्रह है कि आंगनवाड़ी केंद्रों को भी कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए बंद किया जाना चाहिए ताकि इन छोटे-छोटे बच्चों की सुरक्षा हो सके वही संबंध में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी शैल वाला कुमारी से फोन से बात की गई तो उनका कहना है कि सरकार की ओर से जब तक किसी तरह का निर्देश नहीं आ जाता तब तक आंगनबाड़ी केंद्रों में 8 से 10 बच्चों को बैठाकर केंद्र का संचालन किया जाना है.
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