भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। मौद्रिक नीति समिति ने सर्वसम्मति से रेपो दर चार प्रतिशत और रिवर्स रेपो रेट को तीन दशमलव तीन-पांच प्रतिशत यथावत ही रखा है। द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के बाद रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि बैंक दर और मार्जिनल स्टेंडिंग फैसेलिटी – एमएसएफ दर में कोई परिवर्तन नहीं किया गया और यह चार दशमलव दो-पांच प्रतिशत ही रहेगी। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि मौद्रिक नीति समिति ने पांच-एक के फैसले से ब्याज दरों पर अभी उदार रूख बनाये रखा है।
दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति ने अर्थव्यवस्था पर कोविड महामारी के प्रभाव को कम करने, वृद्धि दर बनाये रखने और मुद्रास्फीति को नियंत्रित रखने के लिए मौजूदा नीतिगत दरें अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है। उन्होंने महंगाई की दर नियंत्रण में रहने का आश्वासन भी दिया। वर्ष 2022-23 में उपभोक्ता सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर चार दशमलव-पांच प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया। उन्होंने वर्ष 2021-22 में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर नौ दशमलव दो प्रतिशत का अनुमान व्यक्त किया है। वर्ष 2022-23 के लिए सकल घरेलू उत्पाद की दर सात दशमलव आठ प्रतिशत रह सकती है।