राजस्थान के मुख्यमंत्री ने COVID-19 महामारी के मद्देनजर बाय पंचायत स्तर तक पुख्ता व्यवस्था करने को कहा । ताकि गांव को संक्रमण से बचा जा सके उन्होंने जोर देते हुए कहा यह बाहर से लौट रहे मजदूर व अन्य लोगों को कोई किसी भी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए ।
आगे उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस संक्रमण के खिलाफ लड़ाई को इसी जज्बे के साथ जारी रखना है और हमें इसके साथ ही जीना सीखना होगा बता दें कि मुख्यमंत्री गहलोत मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जिला कलेक्टर व जिला उपखंड स्तरीय अधिकारियों से पृथक वास व्यवस्था पर चर्चा कर रहे थे।
गहलोत का कहना है कि कोरोनावायरस संक्रमण से लड़ने के लिए जो कामयाबी अभी तक मिली है उसे बरकरार रखने के लिए पृथक वास व्यवस्था पर विशेष ध्यान देना चाहिए, अभी तक शहरों में कोरोनावायरस के मामले सामने आ रहे थे, और गॉंवों में नहीं फैले इसके लिए पृथक वास व्यवस्था का सुदृढ़ होना बहुत जरूरी है।
आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले से लेकर पंचायत सहायक मौजूद सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को मिलकर पृथक व्यवस्था को ग्राम स्तर तक सुचारू रूप से लागू करवाना होगा।इस काम में सांसदों विधायकों के साथ साथ सभी शहरी एवं पंचायत प्रतिनिधियों की बड़ी भूमिका होगी।
उन्होंने आदेश दिया कि बाहर से आने वाले प्रवासियों को किसी तरह की कोई भी परेशानी ना हो साथ ही साथ कृषक वास में रखे गए लोगों की निगरानी के पुख्ता इंतजाम भी होनी चाहिए।
गहलोत ने यह भी निर्देश दिया कि जरूरतमंदों को देखते हुए जिला स्तर पर सुविधाओं को और अधिक सुदृढ़ किया जाए। आगे उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं का ढांचा मजबूत करते हुए हमें आगे बढ़ने की जरूरत है। हमें कोरोना के साथ जीना सीखना होगा।