भारतीय रेलवे ने प्रवासियों को और अधिक राहत देने के लिए श्रमिक ट्रेनों की संख्या को दोगुना करने की योजना बनाई है। इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के अलावा, भारतीय रेलवे 1 जून, 2020 से समय सारणी के साथ 200 नई ट्रेनें शुरू करने जा रही है। इन ट्रेनों के मार्ग और समय की जल्द जानकारी दी जाएगी।
बुकिंग केवल ऑनलाइन होगी और कुछ दिनों में शुरू होगी। ट्रेनें बिना एसी के होंगी। किसी भी रेलवे स्टेशन पर कोई टिकट नहीं बेचा जाएगा और संभावित यात्री कोटिकट खरीदने के लिए रेलवे स्टेशन पर नहीं आना होगा।
भारतीय रेलवे ने प्रवासियों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं। यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है कि सभी जल्द से जल्द अपने गृह राज्यों तक पहुंच सकें। ऐसे प्रयास किए जाएंगे कि वे रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़कर मुख्य लाइन के नजदीक तक पहुंच जाएं जहां से उनकी रिहायश का मौजूदा स्थान करीब है।
रेलवे ने राज्य सरकारों को इन प्रवासियों की पहचान करने और उनका पता लगाने के लिए कहा है जो अपने गृह राज्यों में जाने के लिए सड़कों पर चल रहे हैं। इन प्रवासियों को नजदीकी जिला मुख्यालय में उनका पंजीकरण करने के बाद निकटतम मुख्य लाइन रेलवे स्टेशन तक पहुंचाने को कहा गया है। साथ ही इन यात्रियों की सूची रेलवे अधिकारियों को देने के लिए कहा गया है ताकि उनकी आगे की यात्रा की श्रमिक स्पेशल से व्यवस्था की जा सके।
भारतीय रेलवे 19 दिन में “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनों के जरिये कुल 21.5 लाख से अधिक प्रवासियों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचा चुकी है और 19 मई तक 1600 से अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाईं गई हैं।
भारतीय रेलवे ने प्रवासियों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं। यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है कि सभी जल्द से जल्द अपने गृह राज्यों तक पहुंच सकें।
-रेल मंत्रालय।