अभिजीत सेन (संवाददाता पोटका)
केन्द्रीय श्रमिक शिक्षा बोर्ड (श्रम एवं रोजगार मंत्रालय) के क्षेत्रीय निर्देशालय जमशेदपुर के तत्वधान में सरायकेला प्रखंड की छोटा दावना पंचायत अंतर्गत नव प्राथमिक विद्यालय मझला दावना में जनजातीय श्रमिकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ। बोर्ड के शिक्षा पदाधिकारी गोप ने कहा कि जागरूकता एवम ज्ञानवान श्रमिक किसी भी देश के महत्वपूर्ण धरोहर होते हैं। आज देश भर में करीब 50 करोड़ श्रम शक्ति संगठित, असंगठित एवम ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत हैं।
राजकिशोर गोप ने कहा कि जनजातीय श्रमिक गरीबी,बेरोजगारी व धूम्रपान जैसे ज्वलंत सामाजिक समस्याओं से ग्रसित हैं। इनमें जागरूकता की भारी कमी है। इस कारण केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का समुचित लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। बोर्ड के कार्यक्रम समन्वयक नरेन्द्र महतो ने कहा कि जागरूकता ही कोविड़ 19 से बचने की एकमात्र दवा हैं। उन्होंने लोगों से मास्क का नियमित उपयोग,सेनिटाइजर का प्रयोग करना, अपने हाथों को साबुन/हेडवाश से धोने कि सलाह दिए, सामाजिक दूरी बनाकर रहने, भीड़ _भाड़ व हाट बाजार आदि में बिना किसी कारण से नहीं जाने कि सलाह दी। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना, लेबर कार्ड बनाने की प्रक्रिया, मनरेगा, दीनदयाल उपाध्याय कौशल विकास योजना एवम उज्जवला के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। कार्यक्रम को सफल बनाने में परशुराम टुडू ,अर्जुन हांसदा, जाटा सोरेन, हेमंती हांसदा, रानी टुडू सुमन हांसदा, संगीता बेसरा आदि का सराहनीय योगदान रहा