फणीभूषण टुडू (संवाददाता चांडिल)
चाण्डिल।चांडिल प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत चालकबेड़ा में बुधवार स्वतंत्रता सेनानी व चुआड़ विद्रोह के महानायक वीर शहीद रघुनाथ सिंह का 226 वाँ जयन्ती के पर में उनके मूर्ति के समक्ष आदिवासी भूमिज मुंडा युवा संगठन चांडिल एवं ग्रामीणों के नेतृत्व में लाया (पुजारी) द्वारा पूजा-अर्चना किया गया एवं माल्यार्पण कर श्रधांजलि अर्पित की गई।
तथा रघुनाथ सिंह के आदर्शों को मान कर उनके द्वारा बताए गए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर भूमिज मुंडा युवा संगठन चांडिल के सचिव भीष्मदेव सिंह मुंडा ने बताया कि घाटशिला प्रखंड अंतर्गत दामपाड़ा के रहने वाले भूमिज विद्रोह (चुआड़ विद्रोह) के महानायक शहीद रघुनाथ सिंह तत्कालीन अंग्रेज सरकार की दमनकारी नीतियों के विरुद्ध जंग छेड़ दी थी। उस समय ईस्ट इंडिया कंपनी को बंगाल की देवानी मिली थी तब वे मालगुजारी करने लगे जिसे रघुनाथ सिंह को पसंद नहीं आया और विरोध में मानभूम, सिंहभूम, बीरभूम,धालभूम, बरहाभूम, तुंगभूम, शिखरभूम आदि क्षेत्रों के सरदारओं (भुमीजों) को एककृत कर आंदोलन छेड़ दी और तबतक लड़ते रहे जबतक प्राणों की आहुति नहीं हुई।
आज रघुनाथ सिंह के बलिदान को कुछ लोग मिटाना चाहते हैं और उनके बलिदान को दूसरे समाज में शामिल करने की षडयंत्र रचने की भी साजिस की जा रही है जिसे भूमिज मुंडा समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।
मौके पर रविन्द्र सरदार, सुबोध सिंह सरदार, शुशेन सिंह सरदार, जय सिंह सरदार, जयनाथ सिंह, परमेश्वर सिंह, कालीपद सिंह सरदार, जगु सिंह सरदार, मुकेश्वरी सिंह मुंडा, नीलम सिंह मुंडा, मिथिला मानकी, नमनी सिंह सरदार, यशोदा सिंह सरदार, सुलोचना मानकी, आकरी सिंह, बुधनी सरदार, शिवानी सिंह, शुक्रमणी सरदार, बुद्धेश्वरी सरदार, मुनु वाला सिंह, फूलमनी सरदार, कालीचरण सरदार, मुचिराम सरदार, भटे सिंह एवं कई ग्रामीण उपस्थित रहे।