नवीन प्रधान (ब्यूरो चीफ सराईकेला)
जमशेदपुर: महिला विकास मंच, कोल्हान व झारखण्ड मार्शल आर्ट ट्रेनिंग सेंटर के संयुक्त तत्वाधान में मोदी पार्क के बगल में हर उम्र की महिलाओं व लड़कियों के लिए आयोजित सेल्फ डिफेंस प्रशिक्षण शिविर का आज समापन हुआ। यह प्रशिक्षण शिविर 26 नवंबर से 4 दिसंबर तक चला। आज समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व विधायक सह भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल सारंगी, विशिष्ट अतिथि के रूप ने भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार,सोशल वर्कर सह बेस केम्प माउंट एवरेस्ट अचिवर गुरुशरण सिंह जी उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के अध्यक्ष निशात खातून ने किया।
संचालन जावेद जमाल व नेहा परवीन ने किया। इस मौके पर प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र अतिथियों द्वारा दिया गया। मौके पर कुणाल सारंगी ने अपने संबोधन में कहा कि आज जिस तरह से महिला उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही है, इस तरह के आयोजन सराहनीय है, इस तरह के प्रशिक्षण से लड़कियों व महिलाओं को खुद की सुरक्षा करने हेतु आत्मबल मिलेगा। दिनेश कुमार ने मंच के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह का कार्यक्रम लगातार शहर के अलग अलग क्षेत्रों में आयोजित की जानी चहिये जिससे बड़ी संख्या में महिलाओं व लड़कियों को प्रशिक्षित किया जा सके व सेल्फ डिफेंस के लिए प्रेरित किया जा सके।
गुरुशरन सिंह ने भी अपने संबोधन में कहा आज कल जिस तरह का माहौल हमारे समाज में पनप रहा है इस वजह से महिलाओ और युवतियो को सेल्फ़ डिफ़ेन्स सिखना बहुत आवश्यक है। कैंप के आरंभ से ही पत्रकारों ने संस्था के कार्य को लोगों के समक्ष की बहुत ही सराहनीय पूर्ण तरिके से रखा, इस वजह से संस्था द्वारा पत्रकारों को भी सम्मानित किया गया जिसमें रंजीत ओझा, महेन्द्र, विनोद केसरी, नवीन प्रधान, रीना डे, रवि शंकर, मो अखलाक, अनिमेश विसोई, सत्येन्द्र कुमार, शामिल थे। अंत में धन्यवाद ज्ञापन मंच के महामंत्री आशीष मुखी ने किया और कहा कि हमारी संस्था और झारखंड मार्शल आर्ट ट्रेनिंग सेन्टर साथ मिल कर इस तरह के कैम्प का अगला आयोजन 14 दिसम्बर से बिस्टुपुर स्थित जी टाउन मैदान में आयोजित करने जा रही है। कार्यक्रम के अंत में पूर्व विधायक कुणाल सारंगी ने मंच के सदस्यों को प्रशस्ति पत्र देकर उनका हौसला अफजाई किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में मंच के अध्यक्ष निशात खातून, जावेद जमाल, आशीष मुखी, नेहा परवीन,सन्दीप चौधरी, ट्रेनर सुनील प्रसाद, महिला ट्रेनर शिल्पी दास, सरताज आलम व अन्य का मुख्य योगदान रहा।