रैहान अख्तर (ब्यूरो चीफ कोल्हान)
महामहिम राष्ट्रपति के नाम कांग्रेसियों ने दी माँग पत्र..
मझगाँव: प्रखंड मुख्यालय मझगाँव परिसर में ‘केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने एवं देश की राजधानी दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन के समर्थन में प्रखंड कांग्रेस कमिटी द्वारा एकदिवसीय धरना प्रदर्शन कार्यक्रम प्रखण्ड अध्यक्ष लक्ष्मण चातार की अध्यक्षता में आयोजन किया गया।
इस धरना कार्यक्रम के माध्यम से प्रखण्ड विकास पदाधिकारी के द्वारा महामहिम राष्ट्रपति को एक माँग पत्र सौंपा गया । ओबीसी प्रकोष्ट के जिला उपाध्यक्ष मासुम रजा ने कहा कि भाजपा सरकार ने तीन किसान विरोधी कृषि कानून बनाकर किसानों की आजीविका पर क्रूर हमला किया है। इन तीनों कानूनों से किसानों को नहीं बल्कि पूंजीपतियों को लाभ होगा। पर्यवेक्षक मायाधर बेहरा ने कहा कि संसद के दोनों सदनों में भारी विरोध के बावजूद भाजपा सरकार द्वारा लोकतंत्र का गला घोंटकर जबरन कृषि कानूनों को लागू किया गया। इन कृषि क़ानूनों को बनाने से पूर्व किसानों से भी विमर्श नहीं किया गया।
इन कृषि क़ानूनों से अब किसानों को ‘न्यूनतम समर्थन मूल्य’ नहीं मिल पाएगा। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पुरेन्द्र हेम्ब्रम ने कहा कि सरकारी कृषि मंडियां ध्वस्त हो जाएंगी। निजी कृषि मंडियां फसलों की कीमतें तय करेंगी। APMC कानून/ कृषि उपज खरीद प्रणाली नष्ट हो जाएंगी। अनाजों का भंडारण एवं जमाखोरी बढ़ेगी। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग द्वारा किसानों पर शोषण बढ़ेगा।