जगन्नाथ चटर्जी (संवाददाता चांडिल)
चांडिल: पिछले सात वर्षों से कोयला की कमी का हवाला देखकर चांडिल हुमीद स्थित बिहार स्पोंज आयरन कंपनी को सरकार के द्वारा बंद रखा गया है। जिससे वहां के विस्थापित लोग रोजगार से पूर्ण रूप से वंचित है। विस्थापितों ने सभी जगह पर कंपनी को दोबारा चालू करने को लेकर मांग पत्र देते हुए गुहार लगाई। पिछले सात वर्षों से सरकार और प्रशासन के द्वारा दोबारा चालू करने की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं होने के कारण विस्थापित मंगलवार को सरायकेला के उपायुक्त को पत्र लिखकर कंपनी को दिए गए जमीन की रजिस्ट्रेशन को रद्द करने की मांग किया है। उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने का अवसर पर बुद्धेश्वर बेसरा, घासीराम टूडू, मनोज वर्मा, बीनू टूडू एवं समाजसेवी गुरुपद महतो सहित कई लोग शामिल थे।