राष्ट्र आज क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह को उनकी 113वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। आज ही के दिन 1907 में अविभाजित पंजाब के लायलपुर जिले के बंगा गांव में भगत सिंह का जन्म हुआ था। ये देश की आजादी के लिए अंग्रेजी शासन के खिलाफ लड़े और मात्र 23 वर्ष की आयु में उन्हें राजगुरू और सुखदेव के साथ लाहौर जेल में फांसी दे दी गई थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भगत सिंह को श्रद्धांजलि दी और भारत की आजादी की लड़ाई में उनके योगदान का उल्लेख किया। अपने मन की बात कार्यक्रम में कल श्री मोदी ने महान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह को बहादुरी और साहस का प्रतीक बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि शहीद भगत सिंह के जीवन का एक अन्य सुन्दर पहलू यह था कि वे एक टीम के रूप में कार्य करने के महत्व को बहुत अच्छी तरह समझते थे। यह टीम भावना लाजपत राय के प्रति उनके समर्पण या फिर चन्द्रशेखर आजाद, सुखदेव और राजगुरू या अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के साथ उनके जुड़ाय में दिखती थी।