प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के तहत ” 21 वीं सदी में स्कूली शिक्षा” कॉन्क्लेव को संबोधित करेंगे।
शिक्षा मंत्रालय इस दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन कर रहा है जो कल शिक्षा पर्व के रूप में शुरू हुआ था। NEP-2020 इक्कीसवीं सदी की पहली शिक्षा नीति है। यह शिक्षा पर पिछली राष्ट्रीय नीति 1986 के 34 साल बाद घोषित किया गया था। NEP-2020 को स्कूल और उच्च शिक्षा दोनों स्तरों में प्रमुख सुधारों के लिए निर्देशित किया गया है।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य भारत को एक न्यायसंगत और जीवंत ज्ञान समाज बनाना है। यह एक भारत-केंद्रित शिक्षा प्रणाली को लागू करता है जो भारत को वैश्विक महाशक्ति में बदलने में सीधे योगदान देता है। NEP-2020 देश में स्कूली शिक्षा में व्यापक सुधार लाया गया। 8 वर्ष की आयु तक के बच्चों के लिए प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा के सार्वभौमीकरण के लिए स्कूल स्तर पर जोर दिया जा रहा है। स्कूल पाठ्यक्रम की 102 संरचना को 5334 पाठ्यचर्या की संरचना से बदलना है। एनईपी में लक्षित व्यापक परिवर्तन देश की शिक्षा प्रणाली में एक प्रतिमान बदलाव लाएगा और प्रधान मंत्री द्वारा परिकल्पित एक नए आत्मानबीर भारत के लिए सक्षम और सुदृढ़ शैक्षिक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करेगा।