सरकार ने पबजी सहित 118 मोबाइल ऐप पर रोक लगादी है। ऐसे ऐप भारत की संप्रभुता और अखंडता,देश की रक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक व्यवस्था के लिए नुकसान देह समझे गये हैं। इससे मोबाइलऔर इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले करोड़ों भारतीयों के हितों की रक्षा होगी। इस फैसले का लक्ष्य भारतीय साइबर–स्पेस की सुरक्षा, संरक्षा और सार्वभौमिकता सुनिश्चित करना है। प्रतिबंधित मोबाइल ऐप में—पबजी मोबाइल नार्डिक मेप: लिविक, पबजी मोबाइल लाइट, वीचैट वर्क, वीचैट रीडिंग, साइबरहंटर, लाइफआफ्टर और वारपथ प्रमुख हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इन ऐप पर रोक लगातेहुए कहा कि इनके बारे में विभिन्न स्रोतों से शिकायतें मिलीथीं कि एंड्रॉयड और आईओएस प्लेटफॉर्म्स पर मौजूद कुछ मोबाइल ऐप लोगों से जु़ड़ी सूचनाओं के साथ हेरा फेरी कर रहे हैं और उसे लगातार देश से बाहर स्थित अपने सर्वर तक अवैध रूपसे पहुंचा रहे हैं। मंत्रालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि ऐसी गतिविधियों सेभारत की सुरक्षा और संरक्षा को क्षति पहुंच रही थी। यह बेहद गंभीर मामला था जिस परतत्काल ध्यान देने और तत्काल उपाय करने की आवश्यकता थी। मंत्रालय ने कहा कि गृह मंत्रालय के भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र ने भी इन ऐप पर रोक लगाने की व्यापक अनुशंसा की थी।